हिंदी बचाओ, संविधान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ, देश बचाओ, नारों के साथ विश्व हिंदी दिवस मनाया

हिंदी बचाओ, संविधान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ, देश बचाओ, नारों के साथ विश्व हिंदी दिवस मनाया



"हिंदी का महत्व, संरक्षण, संवर्धन एवं हमारी भूमिका" विषयक परिचर्चा आयोजित, लिया संकल्प


हिंदी एकता अखंडता संप्रभुता संस्कृति समृद्धि सम्मान का प्रतीक, ऐतिहासिक धरोहर, संवर्धन संरक्षण की सख्त जरूरत - किरण देव यादव


खगड़िया।


हिंदी भाषा बचाओ, संविधान बचाओ लोकतंत्र बचाओ देश बचाओ तारों के साथ हिंदी का महत्व एवं हमारी भूमिका विषयक विचार गोष्ठी का आयोजन देश बचाओ अभियान फरकिया मिशन एवं ऑल इंडिया मिशन प्रेस एसोसिएशन के संयुक्त तत्वाधान में संपर्क कार्यालय सभागार में परिचर्चा का आयोजन किया गया।

जिसकी अध्यक्षता अभियान के संस्थापक अध्यक्ष किरण देव यादव ने किया।

विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर हार्दिक बधाई शुभकामनाएं देते हुए हिंदी का प्रचार प्रसार करने, हिंदी को अपनाने, हिंदी का गुणगान करने, हिंदी की प्रति जागरूक करने, हिंदी का सदैव सर्वत्र सदुपयोग करने, संवर्धन एवं संरक्षण करने का समाजसेवियों ने संकल्प लिया।

ऐम्पा के राष्ट्रीय संरक्षक संस्थापक अध्यक्ष किरण देव यादव ने कहा कि हिंदी हमारी आन बान शान है, हिंदी हमारी ऐतिहासिक पहचान है, सारी भाषाओं से अच्छा, हिंदी पर गुमान है। हिंदी हमारी जान है प्राण है हिंदी पर हम कुर्बान है। हिंदी सारे जहान है, भाषाओं में हिंदी महान है।

श्री यादव ने परिचर्चा को संबोधित करते हुए कहा कि 14 सितंबर 1949 ई को हिंदी मातृभाषा राष्ट्रभाषा के रूप में संविधान सभा में घोषित होने के बाद 14 सितंबर 1953 को पहली बार हिंदी दिवस मनाया गया। तथा 10 जनवरी 2006 में विश्व हिंदी दिवस भारत में मनाने का पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह द्वारा घोषित किया गया। हिंदी का जनक भारतेंदु हरिश्चंद्र एवं मुंशी प्रेमचंद जैसे महाकवियों का नाम लोकप्रिय सर्वविदित है। हिंदी भाषा  एकता, अखंडता, संप्रभुता, देशभक्ति, संस्कृति, समृद्धि, सम्मान का प्रतीक है। हिंदी सार्वभौमिक संवैधानिक भाषा है एवं ऐतिहासिक प्राचीनतम धरोहर , तथा सभ्यता संस्कृति से जुड़ी शक्तिशाली भाषा है। देश में बोली जाने वाली 22 भाषाओं में से सर्वाधिक लोकप्रिय भाषा हिंदी है। पूरे विश्व में 425 मिलियन लोग हिंदी भाषा एवं 120 मिलियन लोग अन्य भाषा का प्रयोग करते हैं। अतः हिंदी विश्व व्यापी भाषा है। हिंदी भाषा पर हमें गर्व है।

परिचर्चा में समाजसेवी गौतम गुप्ता, उमेश ठाकुर, अमरीश यादव, कवयित्री चंपा राय, संगीता चौरसिया, अमृता जायसवाल, मिशन सुरक्षा परिषद के मुरली कुमार चंद्रहास यादव, वर्षा रानी, सरपंच रंजू कुमारी, अधिवक्ता डॉक्टर कमल किशोर यादव, कालेश्वर ठाकुर, राम सूचित पासवान आदि ने हिंदी की महत्ता पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डालते हुए सच्चे अर्थों में हिंदी को आत्मसात करने, उपयोग करने, प्रसार करने पर बल दिया।

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