होशंगाबाद समाहरनालय के समक्ष एनएपीएम ने किया जनसभा का आयोजन
नर्मदा कोशी सहित सभी नदियों को बचाने, मानव अस्तित्व को बचाने का किया मांग।
नर्मदा पुरम।
जन आंदोलनों के राष्ट्रीय समन्वय एनएपीएम के बैनर तले मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिला समाहरणालय के समक्ष जनसभा का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता प्रोफेसर उत्पल एवं मंच संचालन गोपाल राठी ने किया।
सभा को उड़ीसा से प्रफुल्ल समांतरा, बिहार से किरण देव यादव, छत्तीसगढ़ से उमेश्वर सिंह, आसाम से विद्युत, केरल से शरथ, मध्यप्रदेश से राजेंद्र गढ़वाल, तेलंगना से मीरा संघमित्रा, राजस्थान से कैलाश मीणा, राजकुमार सिन्हा, मध्य प्रदेश से चंद्र गोपाल मलैया, राम प्रसाद काजले, कमला यादव, प्रभा, विजय, अखिल भारतीय किसान सभा के प्रह्लाद दास बैरागी, दादू भाई, महेंद्र यादव, अमूल्य निधि, राहुल यादुका आदि ने संबोधित किया।
सबों ने एक स्वर में जल जंगल जमीन नदी को बचाने, नदी को अविरल बहने देने, मानव अस्तित्व बचाने, एवं सभ्यता संस्कृति से जुड़ी नदियों पहाड़ों तालाब कुआं को बचाने का संकल्प दोहराया तथा सरकार से मांग किया कि नर्मदा सहित सभी नदियों कोसी कमला करेह बागमती बलान गंगा गंडक ब्रह्मपुत्र पेरियार आदि नदी को बचाया जाए। अवैध बालू खनन को रोका जाए ताकि जलस्तर बना रहे एवं मानव अस्तित्व बच सके।
वक्ताओं ने कहा कि सरकार नदियों को बेचकर बहुराष्ट्रीय कंपनियों व पूंजीपतियों को मालामाल कर रहे हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
वही नर्मदा बचाओ आंदोलन के नेत्री मेधा पाटकर ने सरकार प्रशासन एवं आम जनता से जल जंगल जमीन नदी को बचाने का अपील किया।


