लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकार डॉ आनंद नारायण शर्मा की 93वीं जयंती दिवस मनाई गई।

लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकार डॉ आनंद नारायण शर्मा की 93वीं जयंती दिवस मनाई गई।




आज दिनांक 15/04/2023 को आनंद नारायण शर्मा की 93 जयंती पालम गांव के मंगलापुरी बस स्टैंड के बगल में मनाई गई। जिसकी अध्यक्षता शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने की। अध्यक्ष संबोधन में शिक्षक अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकार व एपीएसएम कॉलेज बरौनी के पूर्व प्राचार्य डॉ आनंद नारायण शर्मा की 93वीं जयंती दिवस मनाई जा रही है।उन्होंने कहा की हिंदी साहित्य के दीप को बेगूसराय की धारा पर प्रज्वलित रहने का काम साहित्य के लब्ध प्रतिष्ठित रचनाकार आनंद  नारायण शर्मा ने ही की है। वे  सुखदेव बाबू से जुड़े हुए थे। उनकी निष्ठा कितनी गहरी थी कि उनके साथ मेरा भी लगाव हो गया। आज के साहित्यकार उन्हें भूलते जा रहे हैं। आनंद नारायण शर्मा का  जन्म आज ही के दिन 1930 ईस्वी हुआ था। ऐसे महान साहित्यकार शिक्षाविद को शत-शत नमन। इस अवसर पर महिला सेल सचिव सुनीता देवी  ने कहा की आनंद नारायण शर्मा के व्यक्तित्व और कृतित्व पर विस्तार से चर्चा करते हुए उनको याद किया। इस अवसर पर छात्रा आंचल कुमारी ने कहा कि डॉ आनंद नारायण शर्मा बेगूसराय जिला साहित्य को जागृत करने में बहुत बड़ा योगदान है। ऐसे महापुरुष आनंद नारायण शर्मा को शत-शत नमन। इस अवसर पर कर्मवीर प्रधान ने कहा कि  डॉक्टर आनंद नारायण शर्मा जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाना उनके जयंती का मुख्य उद्देश्य है। ऐसे महान पूर्व प्रिंसिपल आनंद नारायण शर्मा जी को उनके जयंती पर शत शत नमन।इस अवसर पर छात्रा आसमा कुमारी ने कहा कि मेरे पूज्य पिता जी आनंद नारायण शर्मा के विचारों पर चलने का प्रयास करती हूं। और उनके बताए हुए रास्ते पर चलकर ही मैं अपने मंजिल पर पहुंच सकती हूं। ऐसे महान आत्मा को  कोटि-कोटि नमन । इस अवसर पर जसवंत सिंह  ने कहा कि आनंद नारायण शर्मा  को मेरा सत सत नमन। इस अवसर पर जग्गन सिंह ने कहा कि आनंद बाबू से मेरा व्यक्तिगत लगाओ था। ऐसे महान आत्मा को शत शत नमन करता हूं। इस अवसर पर  इंजीनियर खुशी सिंह ने कहा कि डॉ आनंद नारायण शर्मा साहित्य समाज का दर्पण है। साहित्य के बिना समाज का सृजन नहीं हो सकता, साहित्य ही हमारी संस्कृति है। इसे आछुन्न बनाए  रखने में डॉ आनंद नारायण शर्मा का योगदान महत्वपूर्ण रहा है। ऐसे महान साहित्यकार शिक्षाविद को शत-शत नमन। इस अवसर पर छात्रा अनाया गौतम ने उन्हें माल्यार्पण की।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.