गंभीरतापूर्वक त्वरित संज्ञान लेकर पंच सरपंचों की समस्या समाधान करें प्रशासन - पुष्पेंद्र ठाकुर।
खगरिया एसडीओ द्वारा बिना सूचना के अलौली ग्राम कचहरी का जबरन ताला तोड़कर नगर पंचायत को देने जैसी तानाशाही अंदाज घोर नींदनीय, प्रशासन उन सरपंचों को अपमानित करना बंद करें, भवन पूर्ववत जल्द उपलब्ध कराएं प्रशासन - अमोद निराला
पटना
प्रदेश पंच सरपंच संघ के प्रदेश अध्यक्ष अमोद कुमार निराला ने कहा कि खगड़िया जिला के अलौली ग्राम कचहरी का खगड़िया एसडीओ अमित अनुराग द्वारा ताला तोड़कर नगर पंचायत को सुपुर्द करने जैसी अपराधिक व अराजकता पूर्ण घटना की तुगलकी फरमान एवं तानाशाही अंदाज करार दिया तथा प्रशासनिक पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आखिर किस नियम कानून के तहत बिना पूर्व सूचना दिए बगैर पंच सरपंचों का पक्ष सुने बगैर जबरन ताला तोड़ना कहां का न्याय है ? एक न्यायकर्ता के साथ प्रशासनिक अन्याय करना दुर्भाग्यपूर्ण है जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। श्री निराला ने कहा कि जल्द ही खगड़िया जिला कमेटी एवं राज्य कार्यकारिणी की बैठक कर गणमान्य सम्मानित पंच सरपंच को अपमानित करने वाली सोतेलापन रवैया के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन एवं कलमबद्ध हड़ताल, ग्राम कचहरी के कार्यों का बहिष्कार करने का कठोर निर्णय लेने को विवश होंगे। अलौली ग्राम कचहरी का कुल सामान फर्नीचर संचिका सरपंच रंजू कुमारी को उपलब्ध कराएं, वैकल्पिक व्यवस्था कर भवन उपलब्ध कराएं और घटना की उच्च स्तरीय जांच कर एसडीओ पर कार्रवाई करने, नगर पंचायत के साजिशकर्ता कार्यपालक पदाधिकारी पर कार्रवाई करने की मांग मुख्यमंत्री, पंचायती राज मंत्री, डीजीपी से किया है। उन्होंने कहा कि पूरे बिहार एवं खगरिया जिला में 95% ग्राम कचहरी को भवन नहीं है। अलौली ग्राम कचहरी सभी ग्राम कचहरी का सामूहिक ग्राम कचहरी भवन के रूप में कार्य संचालन होती रही है। विभिन्न ग्राम पंचायत के सरपंचों के द्वारा संसाधन से लैस ग्राम कचहरी का समान नगर पंचायत को कब्जा दिलाना, एसडीओ द्वारा जबरन ताला तोड़ना, प्रशासनिक अराजकता का प्रतीक है जिसका पुरजोर विरोध करते हैं। सरकार और जिला प्रशासन जल्द संज्ञान ले अन्यथा जिला एवं पूरे बिहार के पंच सरपंच सामूहिक इस्तीफा देने का मजबूर होंगे जिसका जिम्मेदार एसडीओ एवं जिलाधिकारी सरकार की होगी।
प्रदेश अध्यक्ष अमोद कुमार निराला ने कहा कि ग्राम पंचायत, नगर पंचायत हुआ है न कि ग्राम कचहरी नगर कचहरी। नगर पंचायत में सरपंचों का चुनाव नहीं हुआ इसलिए अवैतनिक पद के रूप में सरपंच सदैव बने रहेंगे, जिस प्रकार 1978 में मुखिया का चुनाव बंद होने के बाद वहीं मुखिया विगत 22 वर्षों तक कार्यरत रहे। उसी प्रकार से बने नए नगर पंचायत में सरपंच पद अवैतनिक पद रहा, किंतु न्याय का कार्य समाज सेवा के दृष्टिकोण से करते रहने की अनिवार्यता है चुंकि मुख्य पार्षद का कार्य विकास से संबंधित है आखिर न्याय का कार्य सरपंच ही कर पाएंगे। समाज में 5 लोगों के द्वारा की गई पंचायत मान्य है तो चयनित सरपंच का न्याय भी मान्य है इससे थाना और कोर्ट का बोझ कम होता है। अराजकता पूर्ण तरीके से एसडीओ द्वारा पूर्व सूचना दिए बगैर ताला तोड़ने के प्रति सरपंच संघ का संयम बरतने का गलत फायदा एसडीओ प्रशासन नहीं उठाएं , सरपंच संघ कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाएगी, लोक शिकायत के तहत मामला दर्ज कराया जायेगा और सड़कों पर भी इसके खिलाफ जुझारू आंदोलन करेगी, जिसका जिम्मेदार प्रशासन एवं सरकार की होगी। उन्होंने कहा कि ग्राम कचहरी अलौली एमएलसी उषा साहनी द्वारा प्रदत बहुउद्देशीय हॉल जनप्रतिनिधि पब्लिक भवन था, उसे नगर पंचायत को कब्जा दिलाना दुर्भाग्यपूर्ण है। जिलाधिकारी महोदय से त्वरित संज्ञान लेकर पूर्ववत व्यवस्था करने की मांग करते हैं।
प्रदेश उपाध्यक्ष किरण देव यादव, वशिष्ठ सिंह, राजेंद्र सिंह, प्रदेश संयोजक पुष्पेंद्र ठाकुर , सचिव अर्जुन महतो, महेश राय लल्लन यादव सरवन कुमार राजेंद्र यादव मनोज कुमार कुलदीप सिंह पंकज कुमार रीना देवी रंजू कुमारी बंटी देवी आदि ने आक्रोश व्यक्त किया है।


