कार्ल मार्क्स का 205 वीं जयंती "दुनियां के मजदूरों एक हो" नारों के साथ मनाया।
कार्ल मार्क्स सच्चे अर्थों में महान दार्शनिक, मजदूरों का मसीहा, अर्थशास्त्री, समाजशास्त्री, इतिहासकार, राजनीतिक सिद्धांतकार, लेखक, पत्रकार, वैज्ञानिक समाजवाद के प्रणेता थे - किरण देव यादव।
पूंजीवाद व फासीवाद के कब्र पर समाजवाद का उदय होगा।
कार्ल मार्क्स के सिद्धांत पर चलकर ही फासीवाद पूंजीवाद संप्रदाय वाद सामंतवाद का अंत होगा।
खगड़िया
भाकपा माले एवं देश बचाओ अभियान के संयुक्त तत्वाधान में कार्ल मार्क्स का 205 वीं जयंती मनाया गया।
इस अवसर पर इनके तैल चित्र पर माल्यार्पण पुष्पांजलि समर्पित कर कोटि-कोटि नमन याद किया गया। तथा कार्ल मार्क्स अमर रहे, दुनिया के मजदूरों एक हो, नारों को बुलंद किया गया।
भाकपा माले के जिला संयोजक सह देश बचाओ अभियान के संस्थापक अध्यक्ष किरण देव यादव ने कहा कि कार्ल मार्क्स सच्चे अर्थों में मजदूरों के नेता, महान दार्शनिक, अर्थशास्त्री, समाजशास्त्री, लेखक पत्रकार, समाजवादी चिंतक, राजनीतिक सिद्धांत कार एवं इतिहासकार तथा वैज्ञानिक समाजवाद के प्रणेता थे।
इनका जन्म 5 मई 1818 ईस्वी में जर्मनी के राइन प्रांत के ट्रियर में यहूदी परिवार में हुआ था। बाद में ईसाई धर्म स्वीकार किया।
उन्होंने "दास कैपिटल" पुस्तक की रचना कर देश दुनिया में राजनीतिक सिद्धांत पेश किया तथा दुनिया के मजदूरों एक हो , नारा, जो आज भी आंदोलन का मुख्य नारा के रूप में लोकप्रिय है। इनका निधन 14 मार्च 1883 ईस्वी को लंदन में हुआ।
श्री यादव ने कहा कि उन्होंने पूंजीवाद, फासीवाद और समाजवाद के सिद्धांत को लेकर अंततः पूंजीवाद को नष्ट होना दर्शाया है इसलिए आज देश एवं विश्व में पूंजीवादी फासीवादी व्यवस्था चरम पर है, जल्द ही धाराशाही होगी और इसके कब्र पर समाजवाद का उदय होगा।
भाकपा माले के जिला संयोजक यादव ने पूंजीवाद मुर्दाबाद एवं समाजवाद जिंदाबाद के नारों को बुलंद किया। उन्होंने कहा कि दुनिया में कार्ल मार्क्स का सिद्धांत सदैव प्रसांगिक रहेगा।
कार्यक्रम देश बचाओ अभियान फरकिया मिशन से जुड़े अरुण शाह दिलीप यादव राहुल यादव ब्रह्मदेव यादव रामेश्वर साह कपिलेश्वर साव सुरेंद्र सिंह कैलाश सिंह आदि ने भाग लिया तथा कार्ल मार्क्स के जीवनी व्यक्तित्व कृतित्व पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला तथा उनके जीवन से सीख लेने पर बल दिया।


